प्रशंसात्मक अभिवादन
जिस दिन चिराग का जन्म होने वाला था हम सब बहोत प्रसन्न तथा उत्साहीत थे l परंतु चिराग के जन्म के तुरंत बाद छोटे बच्चोके डॉक्टर ( डॉ राजेश अग्रवाल) ने जब हमे बताया की बच्चेके पेशाब के जगह कुछ समस्या है, हम ने भी देखा कि बच्चेकी पेशाब की जगह्बहोत ही छोटी है तथा पेशाब का छेद लिंग पे ना रहके पेट के उपर हैl मानो हमारे पैर के निचे की तो जमिन ही हील गयी होl क्योंकी हमने ऐसी बिमारी ना कभी देखी थी ना कभी सुनी थीl हमे किसीने डॉ दिनेश सारडा सरका नाम बतायाl उन्होने देखते ही बताया की इसे एपीस्पेडीयास (Epispadias) कहते हैl और दिलासा दिया की इसे एक साल की उमर पे औपेरशन द्वारा ठीक कर देंगेl इस एक साल के दौरान हमने कई डॉक्टरोसे राय लीl परंतु किसी ने भी इतनी सरलता, विश्वास तथा हमदर्दीके साथ परामर्श नही किया जितना की डॉ सारडाजी ने कियाl
चिराग के पहले जन्मदिवस के बाद डॉ सारडा सरने एक ही औपरेशन कियाl अब बच्चेका पेशाब का सिस्टम सामान्य बालक के समान बन गया हैl हम सरके समझाने का तरिका, संतुलीत व्यक्तीमत्व तथा बच्चोके प्रति संवेदनशिलता आदी गुनोसे काफी प्रभावित हुएl अब चिराग 4 साल का हो गया है और पुरी तरह से नॉर्मल हैl हम ईश्वर का अत्यंत आभार मानते है की उन्होने हमे डॉ सारडा सर से मिलवायाl